हेमा फाउंडेशन द्वारा नई शिक्षा नीति के अनुसार समग्र शिक्षा का पाठ्यक्रम देश को समर्पित
by Prashant Kapadia/NHN
संस्कार, संस्कृति, सभ्यता एवं मूल्य शिक्षा के उत्थान हेतु समर्पित हेमा फाउंडेशन, आरआर ग्लोबल की सामाजिक गतिविधियों की एक परोपकारी इकाई है। फाउंडेशन का उद्देश्य है- “लोगों में मानवीय मूल्यों की चेतना जागृत करना, जिससे समस्त सृष्टि शांतिपूर्ण व सामंजस्यपूर्ण रूप से जीवन-यापन कर सके।“
इसी संकल्पना के साथ 25 जून 2016 को श्रद्धेय श्री गोविन्ददेव गिरिजी के करकमलों द्वारा नैतिकता से ओत-प्रोत व मानवता की प्रतिमूर्ति श्रीमती हेमा काबरा की पुण्य स्मृति में “हेमा फाउंडेशन” का शुभारंभ हुआ।
फाउंडेशन के चेयरमैन व प्रबंध न्यासी श्री महेन्द्र काबरा जी ने कहा – भारतीय जनमानस में मानवीय मूल्यों की चेतना जागृत कर शिक्षित, संस्कारी एवं समृद्ध भारत के निर्माण की परिकल्पना साकार करने के लिए बच्चों को उनकी संवेदनशील आयु में संस्कारित एवं नैतिक शिक्षा प्रदान करने हेतु शैक्षणिक संस्थानों पर बिना वित्तीय बोझ डाले, अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पहल के अन्तर्गत “हेम वर्च्यूज़” ई-लर्निंग पोर्टल के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों के द्वारा यह अभिनव प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्यकीय शैक्षिक प्राधिकरणों के साथ मिलकर नई शिक्षा नीति 2020 के दिशानिर्देश के अनुसार मूल्य शिक्षा पाठ्यक्रम को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए समग्र शिक्षा को ग्रेडवाइज़ कक्षा 3 से लेकर 12वीं तक के संपूर्ण पाठ्यक्रम को हेमोत्सव 2023 के अवसर पर देश को समर्पित किया जाएगा।
श्री दिलीप महेश्वरी जी – अध्यक्ष हेमा फाउंडेशन दक्षिण मुंबई ने कहा – इतने कम समय में हेम वर्च्यज़ ईलर्निंग पोर्टल के माध्यम से मूल्य शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत 26 राज्यों के 125 शहरों में 3 लाख 32 हजार से अधिक छात्रों, 6710 विद्यालयों, 7604 शिक्षकों को प्रभावी रूप से प्रशिक्षण दिया गया है तथा वेबिनार के माध्यम से 447 शिक्षकों को प्रशिक्षित कर तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय द्वारा प्रमाण-पत्र दिए गए हैं, जिससे मूल्य शिक्षा का यह अभियान प्रत्येक विद्यालय, प्रत्येक विद्यार्थी तक जल्द-से-जल्द पहुंचे। फाउंडेशन के उद्देश्यों एवं कार्यों को महामहिम राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द सहित विभिन्न राज्य सरकारों एवं केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर सराहना की है।
श्री प्रकाश जाखोटिया जी – एसोसिएट डायरेक्टर हेमा फाउंडेशन ने कहा – राष्ट्र के इस पुनीत अभियान में श्री काबरा के साथ देश के प्रख्यात व्यक्तित्व जैसे- श्री शिव खेड़ा (महान विचारक एवं प्रेरक वक्ता), श्री मनोजजी जोशी (पद्मश्री एवं फिल्म अभिनेता), श्री हृषिकेश सेनापति (पूर्व निदेशक, एनसीईआरटी), डॉ. चिनू अग्रवाल (ट्रस्टी एवं प्रसिद्ध बाल मनोवैज्ञानिक), डॉ. विजयम रवि (शैक्षणिक निदेशक), डॉ. नारायण अय्यर- (आइडीएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी), डॉ. संजय जी मालपानी (कुशल वक्ता एवं संयोजक- गीता परिवार सहित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ व विद्वत तथा फाउंडेशन की टीम सक्रिय रूप से कार्यरत है।
हेमा फाउंडेशन की युवा ट्रस्टी श्रीमती शिप्रा काबरा जी ने कहा – हेमा फाउंडेशन प्रतिवर्ष अपने स्थापना दिवस पर नैतिक शिक्षा के गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले प्रधानाचार्यों को “हेमश्री”, शिक्षकों को “हेम सारथी” तथा विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से हेम चैंपियन “प्लेटिनम”, हेम चैंपियन “डायमंड”, हेम चैंपियन “गोल्ड”, हेम चैंपियन “सिल्वर”, हेम चैंपियन “ब्रॉन्ज” एवं हेम “स्टार्स” तथा श्रेष्ठ विद्यालयों के लिए “हेम रत्न”, हेम वैल्यू नेशनल एक्सीलेन्स, हेम वैल्यू एक्सीलेन्स पुरस्कार एवं नकद राशि प्रदान कर सम्मानित करता है। साथ ही हेम-संपर्क मेगा क्विज प्रतियोगिताओं के विजेताओं को विभन्न प्रकार के पुरस्कार प्रदान कर उनका मनोबल बढ़ाया जाता है।
फाउंडेशन अपनी प्रतिबद्धता के आधार पर इस अभियान को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने की दिशा में अथक प्रयासरत है, जिससे मानवीय मूल्यों की पुर्नस्थापना होकर विश्वगुरु की संकल्पना को साकार कर शिक्षित, संस्कारी एवं समर्थशील भारत का निर्माण हो।