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हेमा फाउंडेशन के कार्यों की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की सराहना

by Prashant Kapadia/NHN

भारतीय शिक्षा पद्धति प्राचीन काल से गुरुकुल प्रणाली पर आधारित रही है। इस शिक्षण प्रणाली के मूल में नैतिक शिक्षा निहित थी। समग्र व्यक्तित्व के निर्माण में नैतिक शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वर्तमान में ऐसी शिक्षा की आवश्कता है, जो भावी पीढ़ी में नैतिक मूल्यों का संचार कर सके।

हेमा फाउंडेशन, आरआर ग्लोबल की सामाजिक गतिविधियों की एक परोपकारी इकाई है। संस्था का उद्देश्य है- “लोगों में मानवीय मूल्यों की चेतना जागृत करना है, जिससे समस्त सृष्टि शांतिपूर्ण व सामंजस्यपूर्ण रूप से जीवन-यापन कर सके।“

इसी संकल्पना के साथ 25 जून 2016 को श्रद्धेय श्री गोविन्ददेव गिरिजी के करकमलों द्वारा नैतिकता से ओत-प्रोत व मानवता की प्रतिमूर्ति श्रीमती हेमा काबरा की पुण्य स्मृति में “हेमा फाउंडेशन” का शुभारंभ हुआ था।

फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी श्री महेन्द्र काबरा के कुशल नेतृत्व में विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य शैक्षिक प्राधिकरणों के साथ मिलकर मूल्य शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत इतने कम समय में 26 राज्यों के 125 शहरों में 5168 विद्यालयों, 6000 शिक्षकों व 3 लाख से अधिक छात्रों को प्रभावी रूप से प्रशिक्षित किया है।

फाउंडेशन का यह कार्य राष्ट्र निर्माण की दिशा में योगदान हेतु शैक्षणिक संस्थानों पर बिना वित्तीय बोझ डाले, अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पहल के अन्तर्गत “हेम वर्च्यू” पोर्टल पर उपलब्ध विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से किया जा रहा है।

श्री महेन्द्र काबरा के साथ इस पुनीत अभियान में श्रीमती अनीता माहेश्वरी- ट्रस्टी एवं क्रिएटिव डायरेक्टर, डॉ. चिनू अग्रवाल (प्रसिद्ध मनोचिकित्सक), श्री मनोज जोशी (प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता), श्री हृषिकेश सेनापति (पूर्व निदेशक, एनसीईआरटी), डॉ. विजयम रवि (शैक्षणिक निदेशक), डॉ. एआरके पिल्लै- संस्थापक अध्यक्ष, आईडीएफ जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ व विद्वत सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।“

25 जून 2022 को होने वाला फाउंडेशन का 7वाँ वार्षिकोत्सव यशस्वी होकर नये कीर्तिमान स्थापित करे की मंगलकामना प्रदान की।“

इस वर्ष हेमोत्सव का भव्य आयोजन योगी सभागृह, दादर, मुंबई में  सायं 4.30 बजे  मुख्य अतिथि श्री मनोज मुंतशीर (गीतकार व कवि), सम्मानीय अतिथि श्री संजय हेरवाडे (ठाणे महापालिका अतिरिक्त आयुक्त) एवं समाज के विभिन्न क्षेत्र के विशिष्ट महानुभावों की गरिमामय उपस्थिति में किया जाएगा।

फाउंडेशन अपने स्थापना दिवस “हेमोत्सव के अवसर पर नैतिक शिक्षा के गतिविधियों को बढ़ावा देनेवाले के लिए प्राचार्यों को “हेमश्री”, शिक्षकों को “हेम सारथी”, विद्यार्थियों के लिए हेम चैंपियन तथा श्रेष्ठ विद्यालयों के लिए “हेम रत्न”, हेम वैल्यू नेशनल एक्सीलेन्स, हेम वैल्यू एक्सीलेन्स पुरस्कार से सम्मानित करता है। इस वर्ष उत्तर प्रदेश के एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा को चुना गया है।  संस्था के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने  बताया हेमा फाउंडेशन  देश के उज्ज्वल भविष्यरूपी बच्चों में नैतिक गुणों का संचार कर रहा है! इस उत्कृष्ट कार्य से समाज में एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत हो रही है।

हेमा फाउंडेशन अपनी प्रतिबद्धता के आधार पर इस अभियान को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने की दिशा में अथक प्रयासरत है, जिससे विश्वगुरु की संकल्पना को साकार कर शिक्षित, समर्थ एवं संस्कारी भारत का निर्माण हो। फाउंडेशन के उद्देश्यों एवं कार्यों को विभिन्न राज्य सरकारों एवं केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर सराहना की है।

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